एक समय था
मैने देखा
घर
घर के अन्दर चूल्हा
चूल्हे के अन्दर चूल्हा
चूल्हे के पेट में आग
आज
चूल्हा जर्जर है
आग में घर है।
मेरे हिस्से के डॉ. मेघ
5 हफ़्ते पहले
ओम प्रकाश भारद्वाज हिमाचल प्रदेश के एक ऐसे युवा कवि हैं जिनकी कविताएं इन दिनों चर्चित पत्रिकाओं में खूब छप रही है। ओम प्रकाश भारद्वाज अपने परिवेश से जुड़े सरोकारों की कविता करते हैं। इस युवा कवि को शीघ्र आपके समक्ष प्रस्तुत करूंगा (प्रकाश बादल)